सुनीथा (Sunitha) मृत्यु-देवता यमराज की पुत्री थी। माता-पिता (Mata-pita) के लाड़-प्यार में वह उद्दंड हो गई थी। वह देखती थी कि उसके पिता पापियों को दंड…
Read moreहर माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को कालाष्टमी व्रत (kalashtami vrat ) रखा जाता है। कालाष्टमी व्रत के दौरान भगवान शिव के रौद्र एवं तंत्र अवतार…
Read moreThe Girijabandh temple of Hanuman ji is very special: देश में ऐसे बहुत से मंदिर हैं जहां हनुमान जी की अलग-अलग रूपों में पूजा की जाती है। लेकिन क्या…
Read moreवास्तु शास्त्र के अनुसार कुछ पौधों को बेहद चमत्कारिक माना गया है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार इन पौधों में देवताओं का वास होता है। कुछ पौधें घर की साज-सज्जा…
Read moreशनिवार का न्याय देवता शनिदेव (Shani Dev) को समर्पित माना गया है। इस दिन शनिदेव के साथ हनुमान जी व भगवान शिव की पूजा का भी विधान है। शनिदेव को भगवान…
Read moreहिंदू पंचांग के अनुसार, मार्गशीर्ष मास की तृतीया तिथि के दिन सौभाग्य सुंदरी का व्रत(saubhaagy sundaree ka vrat) रखा जाता है। इस दिन भगवान शिव और माता…
Read moreयूं तो देशभर में माता का पूजन किया जाता है और कई स्थानों पर उनके मंदिर स्थित हैं। लेकिन बिहार के मुजफ्फरपुर शहर में स्थित मां बगलामुखी पीतांबरी सिद्धपीठ…
Read moreभारत भूमि ने विभिन्न धर्म-संप्रदायों की मानव जीवन का जो अंतिम लक्ष्य स्वीकार किया है, वह है परम सत्ता या संपूर्ण चेतन सत्ता के साथ तादात्म्य स्थापित…
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